जन्म लग्न का जन्मकुंडली में विशेष स्थान है I इस स्थान में बैठा ग्रह व्यक्ति पर पूरा प्रभाव डालता है I इस स्थान पर दृष्टि रखने वाले ग्रहों का भी व्यक्ति पर असर पड़ता है I कुंडली के इसी स्थान से जाना जाता है कि आपका चरित्र कैसा होगा I
आपका दूसरों पर पड़ने वाला प्रभाव, आपके व्यक्तित्व की चमक, आपकी Personality और आपका स्वभाव सब कुछ इस भाव से जाना जा सकता है Iकोई भी विद्वान् इस भाव का अध्ययन करके आपके बारे में अनुमान लगा सकता है कि आप किस तरह के व्यक्ति हैं I
आपको जीवन में कितना सम्मान मिलेगा I आपके चेहरे का रंग रूप या आप कितने सुन्दर हैं इसी भाव से पता लगाया जाता है I आपके लग्न में बैठे अशुभ ग्रह यानी राहू, शनि, मंगल, सूर्य और केतु आपके व्यक्तित्व के बारे में बहुत कुछ ऐसा बता देते हैं जो केवल और केवल आप ही जानते हैं I इनमे से एक भी ग्रह का लग्न में होना ग्रह से सम्बंधित गुण या अवगुण आपके व्यक्तित्व में सम्मिलित कर देता है I
उदाहरण के तौर पर यदि लग्न में राहू होगा तो व्यक्ति वादा करके पूरा करेगा इस बात का कोई भरोसा नहीं है I प्रश्न लग्न में यदि ऐसी स्थिति हो तो समझ लें कि सामने वाला अपने फायदे के लिए बड़े से बड़ा झूठ बोल सकता है I षड्यंत्र रचने में ऐसे लोग माहिर होते हैं I राहू को यदि बुध का साथ मिल जाए तो निस्संदेह व्यक्ति चालाक और धूर्त है जो किसी को भी चकमा दे सकता है I
यदि प्रेमी या प्रेमिका के लग्न में राहू पंचम में राहू में राहू देखें तो सावधान हो जाएँ या अधिक भरोसा मत करें I हालांकि प्रेम विवाह के बहुत से मामले पंचम में राहू के होने पर सामने आते हैं परन्तु सच का पता विवाह होने के बाद ही लग पाता है I
लग्न पर शनि की तीसरी दृष्टि सिद्ध करती है कि व्यक्ति के सर में कुछ तकलीफ या रोग अवश्य है I शनि बलवान या शुभ भी हो तो चिंता जरूर देता है I मंगल की दृष्टि क्रोध देती है परन्तु व्यक्ति परिश्रमी होता है I
गुरु की दृष्टि व्यक्ति के जीवन में धर्म का मार्ग खोल देती है I व्यक्ति दानी होता है और अपने अगले जनम के लिए इस जन्म में बहुत कुछ अर्जित कर लेता है I
शुक्र की दृष्टि न केवल कामुकता देगी अपितु प्रेम की तड़प, स्त्रियों में लोकप्रियता, जीवन साथी के प्रति प्रेम भाव व सुखी वैवाहिक जीवन की सूचना देती है I
चन्द्र की दृष्टि से भी स्वभाव में शीतलता आ जाती है I व्यक्ति का जीवन उथल पुथल से भरा होगा और व्यक्ति अपने जीवन में बहुत अधिक छोटी बड़ी यात्रायें करेगा I हालांकि सब कुछ ग्रहों के आकलन पर निर्भर करता है परन्तु यह भी सत्य है कि लग्न पर पड़ने वाली दृष्टि किसी भी ग्रह की हो, अपना प्रभाव अवश्य छोडती है I
सूर्य की दृष्टि लग्न पर होने से व्यक्ति का वैवाहिक जीवन सुखद नहीं होता I