आपकी जन्मकुंडली का प्रथम भाव यानि लग्न कम से कम यह बता सकता है कि आप ने पिछले जन्म में क्या अच्छे और क्या बुरे कार्य किये थे | आपके पूर्व जन्म के संचित कर्मों का हिसाब लग्न से लगाया जा सकता है | यदि कोई शुभ ग्रह आपके लग्न में बैठा है तो निस्संदेह आपने अपने पिछले जन्म में बहुत से पुन्य के काम किये थे जिसकी वजह से इस जन्म में आपके लग्न में बैठा शुभ ग्रह आपको इस जन्म में भी उदार और धार्मिक बनाता है | शुभ ग्रह हैं गुरु, बुध, शुक्र, चंद्र |
यदि मंगल, शनि, राहू, केतु आपके लग्न में हैं या इनमे से एक से अधिक ग्रह आपके लग्न में बैठे हैं तो इसका अर्थ उल्टा समझें |
इसी प्रकार हम अच्छे और बुरे लोगों का पता जन्मकुंडली से लगते हैं | जो सच्चे लोग हैं उनके लग्न में अक्सर गुरु बैठा होता है और जो झूठ बोलते हैं मिथ्यावादी हैं या बुरे स्वभाव के हैं उनके लग्न में अक्सर राहू विद्यमान होता है |